चाल चक्र में आज हम आपको बताएंगे रत्नों का प्रभाव और महत्व के बारे में. दुनिया की हर वस्तु की एक विशेष तत्त्व,रंग और तरंग होती है. जो अलग अलग केन्द्रों से नियंत्रित होती है. उस तत्त्व, रंग और तरंग में असंतुलन पैदा होने पर काफी तरह की समस्याएं आती हैं. वैदिक ज्योतिष में इस असंतुलन को दूर करने के लिए बहुत सारे मंत्रो तथा स्तोत्र के जाप की सलाह दी जाती है. इसके अलावा कुंडली का आकलन करने बाद ही बहुत सोच समझकर रत्न पहनने की सलाह दी जाती है. रत्न सीधा हमारे चक्रों को प्रभावित करने के साथ साथ मन तथा शरीर पर भी प्रभाव डालते हैं.