चाल चक्र में आज हम आपको बताएंगे गुरु और अन्य ग्रहों के योग के बारे में. गुरु और सूर्य का संयोग सामान्यतः शुभ होता है. लेकिन इसका शुभ फल तभी मिलता है, जब गुरु अस्त न हो. इसके होने से व्यक्ति धनवान, न्यायप्रिय तथा मंत्री होता है. व्यक्ति जीवन में ज्ञान के कारण सूर्य की तरह चमकता है. कभी- कभी इस योग के कारण संतान को कष्ट हो जाता है. गुरु और चंद्रमा के संबंध को गजकेसरी योग कहा जाता है. इसके होने पर व्यक्ति अत्यंत प्रतिष्ठित होता है. ऐसे लोग जीवन में उच्च पद प्राप्त करते ही हैं. इनकी माता भी विशेष महिला होती है. यह योग कभी- कभी अहंकार पैदा करता है.
Sun conjunct Jupiter is considered an auspicious combination in Vedic Astrology, unless Jupiter is not combust. Both planets are friends to each other and are masculine. Watch this episode of Chaal Chakra.