चाल चक्र में आज हम आपको बताएंगे देवी कुष्मांडा कैसे देंगी महावरदान. नवरात्रि के चतुर्थ दिन शक्ति कुष्मांडा की पूजा अर्चना की जाती है अपनी हल्की हंसी से ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इनका नाम कूष्मांडा पड़ा. देवी कुष्मांडा कुंडली में नीच के बुध को नियंत्रित करती हैं तथा अनाहत चक्र को नियंत्रित करती है. मां कुष्मांडा को कुम्हड़ा विशेष रूप से प्रिय होने के कारण भी इनका नाम कूष्मांडा पड़ा. देवी कुष्मांडा की पूजा अर्चना करके नौकरी व्यापार तथा नाक कान गले से संबंधित बीमारियां दूर होती है. देवी कुष्मांडा की विशेष पूजा से वाणी प्रभावित होती है और आपकी वाणी द्वारा कार्य सिद्ध होता है.
Today is the fourth day of Navaratri. This is the day of Goddess kushmanda. This episode of chaal chakra will tell you about the significance of Goddess kushmanda. Fourth day of Navaratri, is the Worship day of Goddess kushmanda. In this episode we will tell you the puja vidhi. Watch Chaal Chakra.