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चाल चक्र: कैसे मिलेगा मीठी वाणी का वरदान

चाल चक्र: कैसे मिलेगा मीठी वाणी का वरदान

चाल चक्र में आज हम आपको बताएंगे वाणी का ग्रहों से क्या संबंध है. कुंडली का द्वितीय और अष्टम भाव वाणी से संबंध रखता है. बुध मुख्य रूप से वाणी का ग्रह माना जाता है. यह व्यक्ति को बोलने की शक्ति देता है. बृहस्पति वाणी को प्रभावशाली बना देता है. बुध बृहस्पति के कारण व्यक्ति अद्भुत वक्ता हो जाता है. शनि राहु और मंगल वाणी की शक्ति को कमजोर कर देते हैं. बुध कमजोर हो तो वाणी की समस्या हो जाती है. व्यक्ति देर से बोलता है और लड़खड़ाकर बोलता है. बृहस्पति कमजोर हो तो व्यक्ति अपनी वाणी से प्रभावित नहीं कर पाता. शनि का प्रभाव हो तो व्यक्ति को बीमारी के कारण वाणी दोष होता है. राहु का प्रभाव हो तो व्यक्ति जल्दी जल्दी और अस्पष्ट बोलता है. मंगल का प्रभाव हो तो व्यक्ति क्रोध और जोश में अभद्र वाणी का प्रयोग करता है.

Today in Chaal Chakra we will talk about the planets that are responsible for speech. Jupiter is the main planet responsible for speech. Pandit Shailendra Pandey will also talk about your daily horoscope. Watch Chaal Chakra.

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