चाल चक्र में आज आपको बताएंगे अक्षय तृतीय का दान से क्या संबंध है. वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है. इस दिन सूर्य और चन्द्रमा दोनों ही अपनी उच्च राशि में स्थित होते हैं. अतः दोनों की सम्मिलित कृपा का फल अक्षय हो जाता है. अक्षय का अर्थ होता है जिसका क्षय न हो. अतः माना जाता है कि इस तिथि को किये गए कार्यों के परिणाम का क्षय नहीं होता. अक्षय तृतीया पर मूल्यवान चीज़ें खरीदने से धन की प्राप्ति बनी रहती है. साथ ही अक्षय तृतीया पर दान करने से इसका फल अक्षय हो जाता है. इसलिए अक्षय तृतीया पर खरीदारी से ज्यादा शुभ फल दान का होता है.