चाल चक्र में आज आपको बताएंगे भौम प्रदोष के बारे में. भौम का अर्थ है मंगल, और प्रदोष का अर्थ है त्रयोदशी तिथि. मंगलवार को त्रयोदशी तिथि होने से इसको भौम प्रदोष कहा जाता है. इस दिन शिव जी और हनुमान जी , दोनों की पूजा की जाती है. इस दिन शिव जी की उपासना करने से हर दोष का नाश होता है. तथा हनुमान जी की पूजा करने से शत्रु बाधा शांत होती है, और कर्ज से छुटकारा मिलता है. इस दिन उपवास करने से गोदान का फल मिलता है और उत्तम लोक की प्राप्ति होती है. भौम प्रदोष के दिन हनुमान जी की उपासना करने से हर तरह के कर्ज से मुक्ति मिलती है. भौम प्रदोष के दिन सामान्य रूप से कैसे उपासना करें?. प्रातः काल उठकर पूजा का संकल्प लें. इसके बाद ईशान कोण में शिव जी की स्थापना करें. शिव जी को पुष्प,धूप,दीप,नैवेद्य अर्पित करें. कुश के आसन पर बैठकर शिव जी के मन्त्रों का जाप करें. इसके बाद अपनी समस्याओं के अंत होने की प्रार्थना करें. निर्धनों को भोजन कराएं. अगर ये पूजा प्रदोष काल में कर लें तो और भी उत्तम होगा.