चाल चक्र में जानें विवाह के लिए कुंडली मिलाने की क्या आवश्यकता है?. बालक और बालिका के बीच आपसी सामंजस्य बना रहे तथा दोनों का विकास ठीक से हो सके इसलिए कुंडली मिलान की आवश्यकता होती है. कुंडली मिलान के तीन तरीके हैं- ग्रह मेलापक,भाव मेलापक और नक्षत्र मेलापक. आम तौर पर हम लोग नक्षत्र मेलापक का प्रयोग करते हैं. जिसमे कुल 36 गुणो पर ध्यान दिया जाता है. यहां पर कम से कम 18 गुणो के मिलने को ठीक मान लिया जाता है. परन्तु ये धारणा ठीक नहीं है, ग्रह और भाव मेलापक भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है. मेलापक में थोड़ी सी सावधानी रखी जाए तो इससे वैवाहिक जीवन की समस्याओं से बचा जा सकता है.