चाल चक्र में जानें कैसे चक्र से नियंत्रि होंगे आपके सभी ग्रह. ग्रहों को नियंत्रित करने से अपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है. सृष्टि की शक्तियों के केंद्र है शरीर के सात चक्र. मूलाधार चक्र को कुलकुण्डलिनी का मुख्य स्थान कहा जाता है. इसका एक और नाम भौम मंडल भी है. ये चक्र चौकोर तथा उगते हुए सूर्य के समान स्वर्ण वर्ण का है. भौतिक रूप से सुगंध और आरोग्य इसी चक्र से नियंभित होता हैं. आध्यात्मिक रूप से सुगंध और आरोग्य इसी चक्र से नियंत्रित होते हैं.