चाल चक्र में आज आपको बताएंगे. हिन्दू धर्मशास्त्रों में शरीर और मन को संतुलित करने के लिए व्रत और उपवास के नियम बनाये गए हैं. तमाम व्रत और उपवासों में सर्वाधिक महत्व एकादशी का है , जो माह में दो बार पड़ती है - शुक्ल एकादशी,और कृष्ण एकादशी. एकादशी व्रत के मुख्य देवता भगवान विष्णु , कृष्ण या उनके अवतार होते हैं,जिनकी पूजा इस दिन की जाती है. चैत्र मास में एकादशी उपवास का विशेष महत्व है,जिससे मन और शरीर दोनों ही संतुलित रहते हैं , ख़ास तौर से गंभीर रोगों से रक्षा होती है. पाप नाश के लिए और अपनी तमाम मनोकामनाओं की पूर्ति के चैत्र मास की कामदा एकादशी का विशेष महत्व है.