चाल चक्र में आज आपको बताएंगे चंद्रमा का ग्रहण योग और यह किस प्रकार काम करता है ? चन्द्रमा , मन का स्वामी होता है और मन को प्रभावित करता है. जब भी चन्द्रमा दूषित होता है, मन और मन की समस्याएं व्यक्ति को खूब परेशान करती हैं. चन्द्रमा को सबसे ज्यादा दूषित करता है - राहु अगर राहु और चन्द्रमा का योग हो तो इसे शुद्ध रूप से ग्रहण योग कहना चाहिए. चन्द्रमा शनि या चन्द्रमा केतु के योग को ग्रहण योग नहीं कहा जा सकता. ग्रहण योग जब भी कुंडली में हो यह सिर्फ समस्याएं ही पैदा करता है.