चाल चक्र में आज आपको बताएंगे कलश स्थापना और पूजा विधान के बारे में. यह आश्विन शुक्ल पक्ष की शारदीय नवरात्रि है. इसे शक्ति प्राप्त करने की नवरात्रि भी कहा जाता है. इस बार यह नवरात्रि 21 सितम्बर से शुरू होगी और इसका समापन दशहरे के साथ 30 सितम्बर को होगा. इस बार की नवरात्रि पूरे नौ दिन की होगी. कलश स्थापना का मुहूर्त क्या होगा ? कलश की स्थापना आश्विन शुक्ल प्रतिपदा को की जाती है. इस बार प्रतिपदा प्रातः 10.34 तक रहेगी. अतः प्रातः 10.34 के पूर्व ही कलश की स्थापना कर लें. इसमें भी सबसे ज्यादा शुभ समय होगा - प्रातः 06.00 से 07.30 तक.