scorecardresearch
 
Advertisement

चाल चक्र: क्या होता है वक्री ग्रहों का चक्र?

चाल चक्र: क्या होता है वक्री ग्रहों का चक्र?

चाल चक्र में जाने ग्रह वक्री होने के क्या होते हैं परिणाम. ग्रहों की तमाम तरह की स्थितियां होती हैं. ग्रहों की गति के आधार पर तीन तरह की स्थितियां पाई जाती हैं. मार्गी, वक्री, और अतिचारी ग्रह जब सामान्य गति से भ्रमण करता है तो उसको मार्गी कहते हैं. ग्रह जब तीव्र गति से चलता है तो उसको अतिचारी कहते हैं. वास्तव में ग्रह कभी पीछे या उल्ट नहीं चलते. ग्रहों के वक्री होने से उनके परिणाम बदल जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि उससे उसके परिणाम उल्टे हो जाते हैं. जबकि ऐसा होने पर ग्रह एकसाथ दो भावों को प्रभावित करते हैं. उनकी दृष्टि काफी सारे भावों पर पड़ने लगती है. सूर्य और चंद्रमा कभी वक्री नहीं होते जबकि राहु और केतु हमेशा वक्री रहते हैं.

Advertisement
Advertisement