चाल चक्र में आज हम आपको बताएंगे राहु किस तरह से पूर्वजन्म और पितरों से संबंध रखता है? राहु की गणना सूर्य और चंद्र के आधार पर की जाती है. अगर सूर्य प्राण है तो चन्द्रमा मन है , राहु इसी मन और प्राण का रहस्य है. राहु का सहयोगी केतु मुक्ति और मोक्ष का द्वार खोल सकता है. यह जीवन के तमाम ज्ञात अज्ञात रहस्यों को खोल सकता है अतः इसे रहस्यमयी ग्रह भी कहते हैं. पूर्वजन्म से किस तरह के कर्म और संस्कार आप लेकर आए हैं और जीवन पर उसका क्या प्रभाव होगा, यह बात कुंडली मैं राहु के अध्ययन से जानी जा सकती है. राहु का पूर्वजन्म और वर्तमान जन्म का सम्बंध समझकर ही आप अज्ञात बाधाओं से मुक्ति पा सकते हैं.