चाल चक्र में आज बात होगी सावन के दूसरे सोमवार की आपको बताएंगे इस बार सावन के दूसरे सोमवार का महत्व क्या है? सावन का दूसरा सोमवार अष्टमी तिथि को साथ लेकर आ रहा है. अष्टमी वैसे भी शिव जी की उपासना तिथि मानी जाती है. अष्टमी तिथि और सोमवार का अदभुत संयोग जीवन की हर मनोकामनाओं को पूरा कर सकता है. इस दिन उपवास रखकर शिव जी की पूजा और मंत्र जाप किये जाएं तो आर्थिक तथा पारिवारिक समस्याएं दूर हो जाती हैं. अगर संतान से सम्बंधित कोई समस्या है तो इस दिन पूजा उपासना से विशेष लाभ लिया जा सकता है. इस दिन शिव जी की पूजा प्रदोष काल में करना सर्वोत्तम होता है.