चाल चक्र में जानें क्या है स्वस्तिक का महत्व , धार्मिक रूप से इसे क्यों महत्वपूर्ण मानते हैं ? इसी प्रकार स्वस्तिक का अर्थ होता है - कल्याण या मंगल करने वाला. स्वस्तिक एक विशेष आकृति है, जिसको किसी भी कार्य की शुरुआत के पूर्व बनाया जाता है. माना जाता है कि, यह चारों दिशाओं से शुभ और मंगल को आकर्षित करता है. चूँकि इसको कार्य की शुरुआत और मंगल कार्य में रखते हैं, अतः यह भगवान् गणेश का रूप भी माना जाता है. माना जाता है कि, इसके प्रयोग से सम्पन्नता, समृद्धि और एकाग्रता की प्राप्ति होती है. जिस पूजा उपासना में स्वस्तिक का प्रयोग नहीं होता, वह पूजा लम्बे समय तक अपना प्रभाव नहीं रख पाती.