चाल चक्र में आज आपको बताएंगे ज्योतिष के तीन महायोग की. ज्योतिष का सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा शुभ योग मना जाता है. इस योग के कुंडली में होने पर व्यक्ति विशिष्ट हो जाता है. जब चन्द्रमा से बृहस्पति केंद्र में हो तब इस योग का निर्माण होता है. इस योग में अगर बृहस्पति कर्क में हो या चन्द्रमा वृष राशी में हो तो व्यक्ति इतिहास बना देता है. इस योग की महत्वपूर्ण बात यह है कि चन्द्रमा या बृहस्पति अस्त न हों न ही पापक्रांत हों, तभी इसका फल मिल पायेगा. बृहस्पति प्रधान लग्नों में यह योग ज्यादा प्रभावशाली होता है.