चाल चक्र में आज आपको बताएंगे कैसे करें कीर्तन. व्यक्ति के जीवन में एक ही आधार होता है-ईश्वर और भगवान को कई मार्गों से पाने का प्रयास किया जाता है. ज्ञान, कर्म और भक्ति से ईश्वर को पा सकते हैं. भक्ति और एकाग्राता आने के लिए कई चीजों का सहारा लिया जाता है. भजन और कीर्तन से मन की अवस्था बहुत तेजी से उन्नत हो जाती है. इसके बाद अगर ध्यान या प्रार्थन की जाए तो वो तुरंत फलीभूत होती है. भजन और कीर्तन के सही प्रयोग से व्यक्ति रोगों और मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है.