चाल चक्र में आज आपको बताएंगे योग क्या है? योग की बहुत सारी परिभाषाएं दी गई हैं. परन्तु इसमें महर्षि पातंजलि की परिभाषा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. महर्षि पातंजलि ने चित्त वृतियों के नियंत्रण को योग कहा है. उन्होंने योग के आठ अंग बताए हैं. यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि इन आठों अंगों को सम्पूर्ण रूप से योग कहा जाता है. आसन या योगासन मात्र योग का एक अंश है. आसन, सम्पूर्ण योग नहीं है.