शोभा यात्रा की शुरुआत 15 साल पहले की गई थी. शोभा यात्रा में किसी एक धर्म या समुदाय के नहीं बल्कि सभी समुदायों के लोग हिस्सा लेते हैं चाहे वह हिन्दू हो, मुसलमान हो, सिख हो या इसाई.