संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पर 8 घंटे की चर्चा चल रही है. सरकार का दावा है कि यह बिल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और दक्षता लाएगा. विपक्षी दलों ने इस कानून की नियत और नियति पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार पुराने कानून पर भ्रम फैलाकर नया कानून बना रही है.
वक्फ संशोधन बिल को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं. बिल कल लोकसभा में पेश किया जाएगा और इस पर 8 घंटे की चर्चा होगी. विपक्ष ने बिज़नेस एडवाइजरी कमिटी की बैठक का बहिष्कार किया और बिल को असंवैधानिक बताया. सरकार के सहयोगी दलों पर भी विपक्ष का दबाव है. जेडीयू और टीडीपी की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है.
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के नई शिक्षा नीति पर लेख के बाद जिसे उन्होंने एक अखबार में लिखा है. सोनिया गांधी ने अपने लेख में नई शिक्षा नीति पर सवाल उठाए. जिसके बाद अब बीजेपी की ओर से भी पलटवार किया जा रहा है. सवाल है कि क्या शिक्षा के भारतीयकरण से विपक्ष को इतनी दिक्कत क्यों हैं? देखें दंगल.
प्रधानमंत्री मोदी के संघ मुख्यालय के दौरे से राजनीति में खलबली मच गई. विपक्ष वार कर रहा है कि नागपुर से ही दिल्ली की सत्ता का कंट्रोल होता है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या वाकई संघ के बिना बीजेपी की कामयाबी नामुमकिन है? क्या संघ पीएम मोदी के साथ मिलकर 2029 की सियासी बिसात बिछा रहा है? देखें दंगल.
सलमान खान की घड़ी में छपी तस्वीरों को लेकर नया बवाल खड़ा हो गया. सलमान की घड़ी में श्रीराम, राम जन्मभूमि और हनुमान की तस्वीर को लेकर एक मौलाना ने इसे इस्लाम के खिलाफ बताया. उन्हें इस्लाम के खिलाफ बता दिया. सवाल है कि क्या सिर्फ एक घड़ी में किसी धर्म से जुड़े प्रतीक चिन्हों के इस्तेमाल से किसी और मजहब को नुकसान पहुंचेगा? देखें दंगल.
सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी को राहत देते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी जरूरी है, भले ही किसी के विचार पसंद न आए. कोर्ट ने कहा कि कविता, कला और व्यंग्य जीवन को समृद्ध करते हैं. कोर्ट ने पुलिस को अभिव्यक्ति की आजादी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. देखें 'दंगल'.
जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से भारी मात्रा में नकदी और जले हुए नोट मिलने के बाद न्यायपालिका की साख और स्वतंत्रता पर सवाल खड़े हो गए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए तीन जजों की समिति बनाई है. इंडिया टुडे और सी वोटर के सर्वे में 47% लोगों ने न्यायपालिका में करप्शन होने की बात मानी है. देखें वीडियो.
बिहार में वक्फ बोर्ड के खिलाफ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के बाद सियासत जोरदार शुरू हो चुकी है. विपक्षी नेता लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने इसमें शामिल होकर अपनी राय रखी. बिहार में चुनाव के लिए सात से आठ महीने का समय बाकी है, लेकिन उससे पहले अब मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति का आरोप लगाया जा रहा है.
देश में बुलडोजर एक्शन परंपरा बनता जा रहा है. किसी भी तरह का अपराध होता है तो आरोपी के घर पर तुरंत बुलडोजर एक्शन शुरू हो जाता है. नागपुर में हिंसा के आरोपी का घर तोड़ा गया तो मुंबई में कुणाल कामरा ने जिस स्टूडियो में शो किया था उस पर बीएमसी का हथौड़ा चला. आखिर बुलडोजर एक्शन इतना जरूरी क्यों है? देखें दंगल.
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर व्यंग्यात्मक टिप्पणी की तो राजनीतिक हलकों में हलचल मच गया. सत्ता पक्ष से तीखे हमलों का दौर शुरू हो गया, तो उद्धव ठाकरे कामरा के समर्थन में उतर आए. सवाल है कि क्या हास्य व्यंग के नाम पर हदें पार की जा सकती हैं? क्या नेता सियासी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे? देखें दंगल.
औरंगजेब और राणा सांगा पर राजनीतिक पार्टियों के बीच तलवारें खिंच गईं हैं. कोई राणा सांगा को गद्दार बता रहा है तो कोई उनमें अपना नायक देख रहा है. कोई औरंगजेब को क्रूर बता रहा है तो कोई उसकी महिमा मंडन कर रहा है. आखिर क्यों आधुनिक भारत मध्यकाल में जाकर सियासत कर रहा है? देखें दंगल.
बिहार में सियासपाी रा चढ़ चुका है, लेकिन इस बार मुद्दा विकास नहीं, बल्कि इफ्तार है. सीएम नीतीश कुमार इफ्तार की मेज सजाने वाले हैं. और इस बार मेहमानों की लिस्ट में खास नाम है- बीजेपी. क्या ये बीजेपी की मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश है? क्या इफ्तार के पीछे गहरी सियासी चालें बिछाई जा रही हैं? देखें दंगल.
बिहार में आज सिर्फ एक मुद्दे पर हंगामा, विरोध, प्रदर्शन होता रहा कि आखिर सीएम नीतीश कुमार ने राष्ट्रगान का अपमान कैसे किया. RJD नेता एक सुर में सीएम का इस्तीफा मांग रहे है. ऐसे में सवाल है कि क्या अजीबोगरीब व्यवहार के बावजूद बीजेपी और जेडीयू के लिए नीतीश कुमार मजबूरी हैं? देखें दंगल.
नागपुर हिंसा के केस में जैसे जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, हिंसा के पीछे पूर्व नियोजित साजिश का शक गहरा होता जा रहा है. पुलिस की ओर से खुलासा किया गया कि 17 मार्च को सोशल मीडिया के जरिये अफवाह फैलाकर ही भीड़ इकट्ठा की गई थी और पुलिस पर सुनियोजित हमले के पीछे भी सोशल मीडिया पर वायरल किये गए भड़काऊ दावे और बयान थे. इधर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने कहा कि नये भारत में आक्रांताओं का महिमामंडन देशद्रोह होगा. ऐसे में सवाल कि किया नागपुर हिंसा के पीछे सुनियोजित साजिश थी. क्या भारत में मुगलों की तारीफ करना देशद्रोह है? देखें दंगल.
महाराष्ट्र में औरंगजेब की चादर जलाने के मामले में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. शिवसेना और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि किसी धार्मिक प्रतीक को नहीं जलाया गया है. विपक्ष ने आरोप लगाया कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया.
औरंगजेब की कब्र को लेकर शुरू हुए विवाद ने नागपुर में हिंसा का रूप ले लिया. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि नागपुर में बवाल का असली जिम्मेदार कौन है? क्या हिंसा में हुए नुकसान की जिम्मेदार पुलिस-प्रशासन है, क्या नेताओं की भड़काऊ बयानबाजी से हिंसा भड़क रही है? और क्या औरंगजेब की कब्र के बहाने महाराष्ट्र में नया सियासी प्रयोग शुरू हुआ है? देखें दंगल.
महाराष्ट्र की सियासत में में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र सबसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है. दिल्ली के सदन तक चर्चा हो रही है. शहर-शहर प्रदर्शन हो रहे हैं. विश्व हिंदू परिषद ने औरंगजेब की कब्र उखाड़ फेंकने तक की धमकी दे डाली. बड़ा सवाल है की क्या औरंगजेब के नाम पर सियासी लाभ लेने की कोशिश हो रही है? देखें दंगल.
बलूच लिबरेशन आर्मी ने एक बार फिर पाकिस्तान को बड़ी चोट दी. BLA का दावा है कि उसने पाकिस्तान सेना के काफिले पर फिदायीन हमला कर 90 जवानों को मार दिया. सिर्फ पांच दिन पहले BLA ने ट्रेन हाईजैक करके पाकिस्तानी सेना को घुटनों पर ला दिया. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि अब पाकिस्तानी सेना के सामने क्या विकल्प है? देखें दंगल.
बिहार के अररिया में भीड़ ने ASI को मार डाला. और अब मुंगेर में एक और ASI की हत्या कर दी गई. इस मामले में आरजेडी ने नीतीश सरकार पर सवाल उठाए हैं. वही बीजेपी को इस मामले में विपक्ष की साजिश नजर आ रही है. आखिर बिहार में कब रुकेगा खूनी खेल? देखें दंगल.
दक्षिण भारत के राज्यों ने परिसीमन का विरोध शुरू कर दिया है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने 22 मार्च को सात दक्षिणी राज्यों की बैठक बुलाई है. उनका कहना है कि परिसीमन से दक्षिण की राजनीतिक ताकत कम हो जाएगी. उत्तर भारत के राज्यों की आबादी ज्यादा होने से उनकी सीटें बढ़ सकती हैं. देखें दंगल.
उत्तर प्रदेश में होली के मौके पर सियासी माहौल गरमाया हुआ है. बीजेपी 80-20 फॉर्मूले की बात कर रही है तो समाजवादी पार्टी पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) गठबंधन पर जोर दे रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 2027 का चुनाव 80-20 का होगा, जबकि अखिलेश यादव पीडीए की ताकत बढ़ाने की बात कर रहे हैं. दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. देखिए दंगल