बिहार में आखिरी चरण की वोटिंग का काउंटडाउन शुरू हो गया है. इस आखिरी चरण में सबसे ज्यादा चर्चा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आखिरी बाजी की हो रही है. नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन पूर्णिया की रैली में ऐलान किया कि ये उनका आखिरी चुनाव है. अंत भला तो सब भला. नीतीश 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री हैं लेकिन 2020 में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मिल रही चुनौतियों के बीच जब उन्होंने आखिरी चुनाव का दांव चला है, तो राजनीति का मिजाज उसी पर आ टिका है. इसीलिए आज दंगल में हमारी बहस का मुद्दा है कि क्या नीतीश कुमार का ये इमोशनल कार्ड चलेगा या फिर तेजस्वी यादव का 10 लाख नौकरियों का कार्ड कारगर है?