ऑक्सीजन से मौतों पर हाहाकार, कौन जिम्मेदार? आज ये सवाल सिस्टम से पूछना पड़ रहा है, क्योंकि बीते कुछ दिनों में देश ने जो देखा है, उसके बाद क्या सिर्फ कोरोना के दूसरी लहर के आगे असहाय होने की दलील देकर बचा जा सकता है? क्यों ना माना जाए कि कोरोना की महामारी के बीच व्यवस्था सोती रही और जब अचानक कोरोना अपने विकराल रूप में आया तो भारत त्राहिमाम करता रहा ऑक्सीजन की कमी से सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे हैं, साथ ही इस सवाल का भी कोई जवाब नहीं मिल रहा है कि कब तक कोरोना से हालात काबू में कर लिए जाएंगे. ऑक्सीजन की किल्लत दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज की हाई लेवल बैठक में ऑक्सीजन और ऑक्सीजन उपकरणों पर कस्टम ड्यूटी 3 महीने के लिए माफ करने का फैसला हुआ है. वायुसेना का विमान सिंगापुर से ऑक्सीजन के टैंकर ला रहा है. इसके अलावा इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन के तौर पर सप्लाई का काम शुरू हो गया है. लेकिन क्या ये सारे कदम मौजूदा परिस्थितियों में पर्याप्त हैं? देखें दंगल, चित्रा त्रिपाठी के साथ.
The shortage of oxygen is killing hundreds of Coronavirus patient in the hospital. People are dying due to the non-availability of oxygen in ICU beds. Hospitals are full of Covid patients, people are unable to get treatment even in the dying situation. IAF has starting airlifting empty oxygen containers to be refilled and used for transporting them to boost oxygen supply across hospitals amid the acute oxygen shortage. Are all these steps sufficient to prevent the Covid-19 crisis? In this episode of Dangal, we discussed this issue with health experts.