ईद के लिए सामूहिक नमाज़ की इजाज़त देनी चाहिए, जब सब लोग मिल कर दुआ करेंगे तो कोरोना भी भाग जाएगा. ये हम नहीं कह रहे, यूपी के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद – शफीक उर रहमान बर्क का ऐसा कहना है. बर्क का तो ये भी कहना है कि ईद के लिए कुर्बानी के बकरे खरीदे जा सकें, इस लिए बाज़ारों को भी छूट दे दी जानी चाहिए. लेकिन योगी सरकार बर्क साहब से इत्तेफाक़ नहीं रखती. इस लिए देश में कोरोना के केस बारह लाख पार हो जाने के बावजूद – बर्क साहब की अपील को दरकिनार करते हुए सरकार ने सामूहिक नमाज़ पर पाबंदी बरक़रार रखी है. हालांकि ईद शनिवार को है और शनिवार-रविवार को यूपी में लॉकडाउन रहता है. अब यूपी पुलिस ने ईद के लिए खासतौर पर गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं, जिसमें सामूहिक नमाज़ पढ़ने, खुली जगहों पर कुर्बानी देने और खुले में मांस लाने-ले जाने पर रोक लगा दी गई है. पर क्या सामूहिक नमाज़ होने दी जाती तो कोरोना भाग जाता? आज की बहस इसी पर.