यूपी की योगी सरकार ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के उस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, जिसमें प्रियंका ने यूपी सरकार से मजदूरों के लिए 1000 बसें चलाने की इजाजत मांगी थी. यूपी सरकार ने 1000 बसों की सूची और ड्राइवर का नाम देने को कहा है. मजदूरों को लेकर यूपी में ये नई तरह की राजनीति है. पूरे देश में प्रवासी मजदूरों की स्थिति को लेकर ये जंग छिड़ी है. सोमवार को यूपी के गाजियाबाद में ही श्रमिक ट्रेनों से घर वापसी के लिए पंजीकरण कराने आए मजदूरों की तादाद से ऐसी स्थिति बन गई कि प्रशासन के लिए हालात संभाल पाना मुश्किल हो गया है. दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में मजदूर पैदल चलते दिख रहे हैं. सवाल ये है कि इस स्थिति का जिम्मेदार कौन है ? क्या लॉकडाउन में मजदूरों के मसले को और बेहतर तरीके से हल किया जाना चाहिए था? मजदूर मजबूर, सियासत भरपूर, दंगल में देखें तीखी बहस.