2019 का चुनावी साल शुरू होने में अब सिर्फ कुछ महीने बाकी हैं लेकिन राम मंदिर पर बीजेपी का वादा अभी अधूरा है. जो साधु-संत उम्मीद लगाए बैठे थे कि पूर्ण बहुमत वाली मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार मंदिर के लिए रास्ता निकाल लेगी, उनको अब निराशा होने लगी है. ऐसे में सवाल है कि क्या 2019 में बीजेपी को साधु-संतों का समर्थन मिलेगा? क्या साधु-संत राम मंदिर पर और ज्यादा इंतजार करने को तैयार हैं? राम मंदिर के मुद्दे पर भरोसा तोड़ने का आरोप लगाकर आज हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने 2019 में बीजेपी को समर्थन न देने का ऐलान कर दिया है. क्या ये एक शुरुआत है, और भी संत बीजेपी के खिलाफ आर-पार का ऐलान कर सकते हैं? .