क्या देश को हिला देने वाला एक लाख छिहत्तर हज़ार करोड़ रूपए का टूजी घोटाला हुआ ही नहीं था ? ये सवाल आज इस लिए उठ रहा है क्योंकि सीबीआई की विशेष अदालत ने आज टू जी घोटाले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया. अदालत ने कहा कि सीबीआई इस मामले में आरोप साबित नहीं कर पाई. आपको याद होगा कि यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान उस समय के टेलीकॉम मिनिस्टर ए राजा को इसी घोटाले में कुर्सी गंवानी पड़ी थी, और जेल भी जाना पड़ा था. डीएमके सुप्रीमो करूणानिधि की बेटी कनिमोझी भी इसी मामले में जेल गई थीं. देश की सबसे बड़ी अदालत ने इसी घोटाले के चलते – 122 स्पेक्ट्र्म आबंटन रद्द कर दिए थे. लेकिन आज सीबीआई की विशेष अदालत ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया तो सवाल उठने लाज़मी थे. कांग्रेस ने अदालत के फैसले का स्वागत किया है और पूर्व सीएजी विनोद राय के साथ साथ मोदी सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया है. बीजेपी के नेता सुब्रह्मणय्म स्वामी ने तो अपनी सरकार पर ही सवाल उठा दिए हैं. कांग्रेस इसे मेडल की तरह पेश कर रही है.