बलात्कार के मामलों के खिलाफ आज एक बड़ी जीत हासिल हुई. नाबालिग से रेप के मामले में आसाराम को जोधपुर की कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनायी है. खुद को संत कहने वाले आसाराम का रसूख कोर्ट में काम नहीं आया और एक 16 साल की लड़की का संघर्ष एक ताकतवर धर्म गुरु को कानून का मुजरिम साबित कराने में मददगार साबित हुआ. बेशक, इस मामले में अभी ऊपरी अदालतों में कानूनी प्रक्रियाएं चलेंगी लेकिन आज का फैसला कई मायने में काफी असरदार साबित हो सकता है, क्योंकि धर्म, रसूख, पैसा, अंधभक्ति करने वालों का समर्थन कोई भी चीज गलत कामों का रक्षाकवच नहीं बन सकती.