बेंगलुरू के 2 पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले इलाके, जिसमें एक एमएलए का घर शामिल है, कल आधी रात को एक भीड़ ने अपने कंट्रोल में ले लिया. जमकर तोड़फोड़ हुई, आगजनी औऱ हंगामा इतना बरपा कि पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी. ये सब हुआ एक भड़काऊ पोस्ट के नाम पर. इस पोस्ट को एक समुदाय ने अपनी भावनाओं पर चोट माना और हिंसा हुई. सवाल ये है कि पोस्ट कैसा भी आपत्तिजनक हो, क्या हिंसा की इजाजत किसी को दी जा सकती है? देखें वीडियो.