AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी की CAA विरोधी बैंगलुरू रैली में एक लड़की ने पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की थी. ये बात सच है कि ओवैसी फौरन लड़की को रोकते देखे गए, लेकिन यही ओवैसी 15 फरवरी को कर्नाटक के कलबुर्गी में क्यों चुप रह गए थे, जब उनके सामने उनकी ही पार्टी के विधायक वारिस पठान 100 करोड़ पर भारी 15 करोड़ वाला बयान दे रहे थे. विरोधियों में जुबान का जहर देखा तो केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे गिरिराज सिंह भी कहां कम हैं. दोनों ने दावे यही किए हम हैं संविधान के रक्षक, उसे सही अर्थों में मानने वाले. देश के साथ, राष्ट्रीयता की भावना के साथ, अपने कर्तव्यों को समझते हुए अपने अधिकारों के साथ. दोनों के दिल में संविधान है लेकिन जुबां पर कुछ और है. इसी पर देखें आज का दंगल.