कश्मीर के पुंछ और राजौरी इलाके में पाकिस्तान की कायराना करतूत के चलते देश के 4 वीर जवान फिर शहीद हो गए...कश्मीर में इस साल अब तक के 35 दिनों शहादत की गिनती 12 तक पहुंच गई है...इतिहास गवाह है कि पाकिस्तान तो अपनी फितरत से बाज आने वाला नहीं हैं...तो क्या हमारे जवान यूं ही शहीद होते रहेंगे...किसी बूढ़ी मां का सहारा, किसी बहन का भाई किसी की मांग का सिंदूर यूं ही उजड़ता रहेगा ? उस पार से कभी भी कहीं भी गोली चलेगी और इस पार किसी के घर की खुशियों पर ग्रहण लग जाएगा ? या फिर सरकार इस दुश्मन देश के खिलाफ कोई ठोस प्लान लाएगी, और ये नासूर हमेशा हमेशा के लिए खत्म होगा ? सवाल है कि ऐसा कब होगा...