कोरोना वायरस तेजी से अपने पांव पसार रहा है. पूरा देश एकजुट होकर कोरोना को हराने में लगा है. मगर कुछ लोग अभी भी इस लड़ाई पर चढ़ाई करने के बजाय, मुश्किलें बढ़ा रहे हैं. अबतक अलग-अलग शहरों से जमातियों के छिपे होने और उनकी बदसलूकी की खबरें ही आ रही थीं, मगर अब सरकार की चिंता का कारण जमातियों के साथ साथ रोहिंग्या भी हैं, क्योंकि खबर मिली है कि निजामुद्दीन के मरकज में जो धार्मिक सम्मेलन हुआ था उसमें रोहिंग्या भी शामिल थे. हैरान करने वाली बात ये है कि ये रोहिंग्या धार्मिक सम्मेलन के बाद अपने घर नहीं पहुंचे. गृह मंत्रालय ने दूसरे राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी को चिट्ठी लिखी है कि उन रोहिंग्याओं को तलाशा जाए जो मरकज में शामिल हुए थे. कोरोना संक्रमण से लड़ाई को ऐसे लोगों ने ही ज्यादा कठिन बना दिया है.