2018-19 का वित्तीय वर्ष शुरू होने से लगातार विकास दर गिरी है. अभी दो दिन पहले ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दावा किया था कि अर्थव्यवस्था में गिरावट का दौर जरूर है लेकिन मंदी नहीं है. तकनीकी रूप से भले ही वित्त मंत्री मंदी से इनकार कर रही हों लेकिन लगातार ग्रोथ रेट में गिरावट किस बात का संकेत हैं? अभी पिछले महीने बेरोजगारी का आंकड़ा आ चुका है. साढ़े आठ फीसदी के साथ ये तीन साल का सर्वोच्च स्तर है तो क्या अच्छे दिन का सपना दुस्वप्न साबित हो रहा है? देखें दंगल.