क्या भारत आतंकवाद से लड़ने के लिए इजरायली फार्मूला अपनाएगा? आज इजरायल के प्रधानमंत्री बेजमिन नेतन्याहू, भारत के प्रधानमंत्री के साथ अहमदाबाद गए. दोनों ने चरखा भी चलाया और पतंग भी उड़ाई. लेकिन क्या इजरायली डोर से भारत आतंक की पतंग काट पाएगा? नेतन्याहू ने कल भारत को दो टूक कहा था कि आतंकवाद के मामले में भारत और इजरायल दोनों के हालात एक से हैं. इस लिए भारत को सॉफ्ट स्टेट बन कर रहने से काम नहीं चलेगा. कट्टरपंथियों के खिलाफ़ उसे सख्ती दिखानी होगी, जैसी इज़रायल ने दिखाई है. इजरायली पीएम के भारत दौरे से पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है. पाकिस्तान ने इजरायल और भारत दोनों को इस्लाम का दुश्मन क़रार दिया है. मतलब साफ़ है – अपने घर से चल रही आतंक की फैक्ट्री को पाकिस्तान इस्लाम के परदे में छुपाना चाहता है. लेकिन भारत की राजनीतिक पार्टियों को आतंक के खिलाफ़ इज़रायली फार्मूला इस्तेमाल करने में आपत्ति क्यों है, ये हमारा आज का सवाल है.