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दंगल: मदरसों में आतंक के आरोप में कितना दम!

दंगल: मदरसों में आतंक के आरोप में कितना दम!

क्या मदरसों में आतंकवाद की पढ़ाई होती है? क्या मदरसे बंद कर देने से आतंकवाद बंद हो जाएगा? ठीक उस रोज़, जिस रोज़ सुरक्षा एजेंसियां – अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च स्कॉलर के आतंकवादी हो जाने की तफ्तीश कर रही हैं, शिया वक्फ बोर्ड ने देश के प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी में मदरसों पर संगीन आरोप लगाए हैं. शिया बोर्ड ने लिखा है कि कुछ मदरसे ऐसी शिक्षा दे रहे हैं जिससे बच्चे कट्टरपंथ की तरफ़ बढ़ रहे हैं. शिया बोर्ड के मुताबिक़, मदरसे जो डिग्री देते हैं उसके आधार पर केवल मदरसे में पढ़ाने या मस्जिद में मौलवी का ही काम मिल सकता है, इसके अलावा मुस्लिम बच्चों के करियर के विकल्प सीमित हो जाते हैं. कुल मिला कर चिट्ठी ये कहती है कि गैर रजिस्टर्ड मदरसे तो फौरन बंद किए जाने चाहिएं, और बाकी मदरसों को मदरसे की बजाए स्कूल में तब्दील कर दिया जाना चाहिए, जहां सिर्फ धार्मिक शिक्षा नहीं – बच्चों को आत्म निर्भर बनाए जाने लायक शिक्षा दी जाए. लेकिन इस पर हंगामा खड़ा हो गया है.

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