महाराष्ट्र राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ गया है. देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन नई सरकार बनाने के लिए शिवसेना से बना गतिरोध खत्म नहीं हुआ. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस्तीफा सौंपने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना से ढाई-ढाई साल सरकार का नेतृत्व करने के लिए बीजेपी का कोई समझौता नहीं हुआ था. फडणवीस ने ये भी कहा कि किसी भी मसले पर बातचीत की जा सकती थी, लेकिन बातचीत का रास्ता शिवसेना की ओर से बंद किया गया. नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना ने सभी विकल्प होने की बात कहने लगी थी. फडणवीस के बयानों के बाद क्या ये माना जाए कि बीजेपी और शिवसेना के बीच संबंध अब टूट गए हैं?