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दंगल: सरकार की बालाकोट वाली दवाई, अब कश्मीर में काम आई?

दंगल: सरकार की बालाकोट वाली दवाई, अब कश्मीर में काम आई?

एक ओर जहां सरकार ने संसद में दावा कर दिया है कि बालाकोट वाली दवाई, कश्मीर में काम आई है. मतलब ये कि आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस से आतंकियों के खिलाफ सफलताएं मिल रही हैं, लेकिन जब सरकार ऐसा दावा कर रही है तो आज ही अलकायदा के चीफ अयमन अल जवाहिरी का एक वीडियो आया है, जिसमें वो अल्लाह के लिए जेहाद की बात रहा है. सवाल है कि क्या वाकई आतंक के खिलाफ सरकार के कड़े रुख का असर हो रहा है, जिससे लंबे अरसे बाद अयमन अल जवाहिरी जैसे आतंकी कश्मीर पर बोलने को मजबूर हुए हैं.  23 मई को अलकायदा की आईडियोलॉजी को मानने वाला जाकिर मूसा भी ढेर किया गया था. कश्मीर में अलगावादी नेताओं पर भी शिकंजा कसा हुआ है, और आज ही आसिया अंद्राबी का श्रीनगर का घर NIA ने अटैच किया हुआ है. लेकिन इस सबके बावजूद, आतंक के खिलाफ आंकड़े भले थोड़े बेहतर हुए हों, लेकिन कश्मीर में भारत के जवानों को बड़े पैमाने पर शहादत देनी पड़ रही है. इसीलिए विपक्ष सरकार के कश्मीर को लेकर दावों पर सवाल उठा रहा है.

Government claimed in parliament, zero tolerance policy against terrorism also works in Kashmir issue. But meanwhile, through a video, Al-Qaeda chief Ayman al-Zawahiri was seen appealing to continue Jihad on the name of Allah. Now the question is, zero tolerance policy of Government against terrorism is really worked, because Ayman al-Zawahiri came out after a long time through a video. Today we discuss this issue in our show Dangal.

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