दंगल में आज हम उस विषय के साथ हाजिर हैं, जिसका ताल्लुक मदरसों- मदरसों के सच और सच की सजा से है. यूपी के मदरसों पर कट्टरपंथ का परदा हटाने पर शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख को जान से मारने की धमकी मिल रही है तो कट्टरपंथियों ने उन्हें कानूनी सबक सिखाने की ठान ली है. सवाल ये उठता है कि नए दौर के भारत में मदरसे अपनी शख्सियत क्यों नहीं तलाश रहे हैं. क्या मदरसे उसी परंपरा में लिपटे रहना चाहते हैं जो उन्हें कट्टरपंथ से ज्यादा की छवि नहीं दे सकती.