मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव खारिज होने के बाद नया दंगल छिड़ गया है. कांग्रेस समेत 7 दलों के महाभियोग नोटिस को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आज सुबह ही खारिज कर दिया था, इत्तेफाक से ये फैसला ऐसे दिन आया जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की दिल्ली में संविधान बचाओ रैली भी थी. कांग्रेस का आरोप है कि आज हर संवैधानिक संस्था को दबाया जा रहा है. लेकिन बीजेपी का तर्क है कि कांग्रेस संविधान बचाने के लिए नहीं बल्कि गांधी परिवार को बचाने के लिए मैदान में उतरी है. पहले सीबीआई और एनआई जैसी जांच एजेंसियों और फिर चुनाव आयोग पर निशाना साधने के बाद अब कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. और महाभियोग के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर ली है. ऐसे में सवाल आज ये है कि क्या संवैधानिक संस्थाओं को लेकर कांग्रेस वाजिब चिंता कर रही है या ये सब 2019 की तैयारी है.