राजस्थान के संकट में अब तक राजभवन का पेंच फंसा हुआ है. राज्यपाल कलराज मिश्र ने दूसरी बार विधानसभा सत्र बुलाने की गहलोत सरकार की मांग को एकतरह से ठुकरा दिया है. राजभवन की ओर से कहा गया कि राज्यपाल विधानसभा सत्र बुलाने के खिलाफ नहीं हैं लेकिन कुछ चीजें साफ होनी चाहिए. राज्यपाल की ओर से कहा गया है कि मीडिया में विश्वास मत की चर्चा करने के बावजूद प्रस्ताव में इस पर कुछ नहीं कहा गया है. जाहिर तौर पर राजभवन का रुख कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर रहा है. शायद कांग्रेस को राजभवन की ओर से प्रस्ताव मंजूर नहीं किए जाने की आशंका पहले से थी, इसीलिए कांग्रेस ने आज देश में कई जगहों पर राजभवनों के खिलाफ प्रदर्शन किया. कांग्रेस मामले को लोकतंत्र बचाने की बहस से जोड़ रही है. गहलोत कह रहे हैं कि हमें विश्वास है कि हमारे पास बहुमत के नंबर हैं, इसीलिए आज दंगल में हम पूछ रहे हैं कि गहलोत में विश्वास है?