सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के राम मंदिर की सुनवाई के लिए 14 मार्च की अगली तारीख लग गई है. आज अदालत को ये तय करना था कि इस मामले पर रोज़ सुनवाई हो या नहीं, लेकिन दस्तावेज़ों के चक्कर में मामला अगली तारीख तक लटक गया. मगर सुनवाई से इतर बीजेपी की पुरानी दोस्त, शिवसेना ने ये कह कर नया हंगामाखड़ा कर दिया है कि राम मंदिर बनाने के लिए कोर्ट की क्या ज़रूरत है ? बीजेपी के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी भी अपनी बात पर अड़े हैं कि 2019 की दीवाली राम मंदिर में ही मनेगी.