टीडीपी ने आखिरकार एनडीए से बाहर होने का ऐलान कर दिया. 16 सांसदों वाली चंद्रबाबू नायडू की पार्टी ने सोमवार को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का नोटिस भी दे दिया है. अभी एक हफ्ते पहले की बात है जब टीडीपी के मंत्री केंद्र सरकार से हटे थे. एक हफ्ते पहले भी टीडीपी और बीजेपी में इतनी दूरी नहीं थी और टीडीपी ने कहा था कि वो वक्त आने पर ही एनडीए से अलग होने का फैसला करेगी. लेकिन ऐसा क्या हुआ कि चंद्रबाबू नायडू ने अभी ही एनडीए से अलग होने का ऐलान कर दिया? क्या चंद्रबाबू बीजेपी की आंध्र प्रदेश की राजनीति से नाराज हो गए हैं? कल ही चंद्रबाबू ने ये भी कहा है कि बीजेपी के इशारे पर टीडीपी को कमज़ोर करने की कोशिश की जा रही है. शिवसेना तो बीजेपी से पहले से ही नाराज है और 2019 में एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है. आज लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने भी कहा है कि बीजेपी को नए सिरे से एनडीए की रणनीति बनानी चाहिए.