आज का दिन मुस्लिम महिलाओं की आज़ादी का दिन है. ट्रिपल तलाक से आज़ादी का दिन. पिछले करीब दो दशक से चली आ रही तीन तलाक के खिलाफ़ लड़ाई में आज मुस्लिम महिलाओं को फाइनल जीत मिली है. मोदी सरकार ने आज लोकसभा में इंस्टेंट ट्रिपल तलाक के खिलाफ़ बिल पेश कर दिया है.कांग्रेस ने कानून का समर्थन किया है, लेकिन बिल में कुछ बदलाव करने का सुझाव भी दिया है. कांग्रेस इस बिल को स्टैंडिंग कमेटी के पास भेजना चाहती थी, पर सरकार ने साफ़ इंकार कर दिया. असदुद्दीन ओवैसी ने खुल कर बिल का विरोध किया है. ओवैसी का कहना है कि ये बिल मूलभूत अधिकारों के खिलाफ़ है. ओवैसी का ये भी कहना है कि सरकार ने मुसलमानों से बात किए बगैर कानून कैसे बना दिया ? लेकिन क्या वाकई ये विरोध केवल एक प्रावधान का विरोध है.