कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट काल में भारत की सारी मशीनरी सक्रिय हो चुकी है. लेकिन ये इतनी बड़ी समस्या है कि इससे पार पाना आसान नहीं. 135 करोड़ के देश भारत की परीक्षा का वक्त है. हालांकि जब कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी है तो प्रवासी मजदूरों की समस्या भी गंभीर है जो अपने-अपने गांवों को जाने के लिए पैदल ही मार्च कर रहे हैं. इसीलिए गृह मंत्रालय को उनकी मदद के लिए एडवाइजरी जारी करनी पड़ी है. साथ ही राज्यों को उनके लिए कैंप बनाने के निर्देश दिए गए हैं. उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ ने दूसरे राज्यों से यूपी में अपने घर लौटने वाले मजदूरों के लिए 1000 बसों की व्यवस्था की है. दंगल के इस विशेष प्रकरण में देखें उन हिंदुस्तानियों को जो कोरोना संक्रमण को हरा कर ठीक हुए.