पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर वहां की राजनीति में घमासान मच गया है. ममता ने बीजेपी की तुलना आतंकवादी संगठन से कर दी है. ममता के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने जवाबी हमला किया है, और कहा है कि ममता ने बंगाल के लोगों को निराश किया है इसीलिए ऐसी जुबान बोल रही हैं. वैसे ममता का बयान राज्य बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के बयान का पलटवार है जिसमें दिलीप घोष ने कहा था कि हम तृणमूल के लोगों की हिंसा पर चुप नहीं रहेंगे, गोली के बदले गोली और बम के बदले बम से जवाब दिया जाएगा. राज्य में सियासी जुबान का आलम जब ये है तो बता दें कि हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में वहां जमकर हिंसा हुई थी. इस हिंसा में 29 लोग मारे गए. हिंसा का आलम ये था कि विपक्षी दलों के जीते उम्मीदवार तक अपने घरों में रहने को मजबूर हुए थे. इस चुनाव के नतीजों में वैसे तो तृणमूल बहुत आगे रही लेकिन बीजेपी का तेजी से उभार हुआ है. ऐसे में जब ममता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राजनीतिक बिगुल बजा रही हैं तो क्या बंगाल की बारूदी राजनीति का इससे कुछ लेना देना है?