मां, माटी, मानुष के नारे पर पश्चिम बंगाल में सत्ता हासिल करने वाली ममता बनर्जी अपने राज्य में हो रहे पंचायत चुनाव की हिंसा को लेकर निशाने पर आ गई हैं. वहां कल नामांकन की आखिरी तारीख थी और कई जिलों में हिंसा हुई. गौरतलब है कि हिंसा के चलते ही कलकत्ता कोर्ट के आदेश पर 9 अप्रैल के बाद कल एक और दिन नामांकन हुआ था. विपक्ष का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर विपक्ष को पर्चा ही नहीं भरने दिया. पंचायत चुनाव की अफरातफरी का आलम ये है कि राज्य चुनाव आयोग अब तक वोटिंग और नतीजों की नई तारीखों का ऐलान नहीं कर सका है. इन हालातों के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों के नेता राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रहे हैं. हालांकि तृणमूल कांग्रेस का सीधा आरोप बीजेपी पर है. राज्य सरकार में मंत्री फिरहाद हाकिम ने कहा है कि बीजेपी झारखंड से असामाजिक तत्वों को लाकर हिंसा फैला रही है.