कांग्रेस ने आज सचिन पायलट के दोनों पद छीन लिए. ना वो राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री बने रहेंगे और ना ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष. पायलट और उनके समर्थकों के बागी तेवरों के बाद कांग्रेस ने आज ये फैसला किया और राज्यपाल के पायलट और उनके 2 साथियों को मंत्रिमंडल से हटाने की सिफारिश मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर दी. कांग्रेस ने एक-एक कर पायलट समर्थकों को भी कांग्रेस संगठन से हटा दिया है, लेकिन कांग्रेस की इस कार्रवाई से तय है कि राजस्थान का संकट अब कांग्रेस के लिए आउट आफ कंट्रोल हो गया है? सवाल ये है कि क्या कांग्रेस राजस्थान का किला बचा पाएगी? राजस्थान का नंबर गेम गहलोत के पक्ष में दिख रहा है, लेकिन क्या पायलट की उड़ान अभी बाकी है?