किसानों को सरकार ने बातचीत का एक और प्रस्ताव भेजा है. 40 किसान नेताओं को लिखी चिट्ठी में सरकार ने फिर से MSP पर भरोसा देने की कोशिश की है और आवश्यक वस्तु अधिनियम साथ ही विद्युत अधिनियम पर बातचीत की पेशकश की है. लेकिन किसान संगठनों को मनाने की सरकार की इस कोशिश के बीच किसानों पर राजनीति भी आर-पार की हो गई है. कृषि कानूनों के विरोध में 2 करोड़ किसानों के हस्ताक्षर का दावा करके राहुल गांधी ने राष्ट्रपति को कानूनों के खिलाफ ज्ञापन सौंपा है. इसी के साथ राहुल ने ये कह कर सरकार पर बड़ा हमला बोला है कि देश में लोकतंत्र अब सिर्फ कल्पना में है, वास्तविकता में नहीं है. इसीलिए किसानों पर मची इस राजनीतिक तकरार को लेकर दंगल में आज हमारी बहस है कि - किसानों का सगा कौन, किसानों को ठगा कौन?