देश में साम्प्रदायिक सियासत में प्रतीकों के इस्तेमाल की एक ताजा मिसाल सामने आई है. काशी में कल से सर्वे होने वाला है, लेकिन इस पूरे ज्ञानवापी विवाद के बीच एक उकसावे की राजनीति महाराष्ट्र की जमीन पर जाकर की गई. जिस औरंगजेब ने कभी काशी के मंदिर तुड़वाये थे, महाराष्ट्र में उसी औरंगज़ेब की कब्र पर एक हैदराबादी नेता फूल चढ़ाने पहुंच जाते हैं. इन घटनाक्रमों को जब देश की जनता देखती सुनती है तो बड़ा सवाल पैदा होता है कि क्या जब काशी में ज्ञानवापी परिसर के अंदर सर्वे चल रहा है तो इसी बीच औरंगज़ेब की क़ब्र पर फूल चढ़ाना और विरोधियों के लिए असंसदीय भाषण उकसावे की सियासत नहीं है? इस ही मुद्दे पर देखें दंगल, अंजना ओम कश्यप के साथ.
A survey is going to be conducted in Kashi from Saturday but in the midst of this whole controversy, the politics of provocation was done on the land of Maharashtra. A Hyderabadi leader reaches to offer flowers on the tomb of Aurangzeb, who had once destroyed the temples of Kashi. Watch Dangal on this issue with Anjana Om Kashyap.