बिहार में कल पीएम मोदी ने लालू यादव के शासन काल को जंगलराज करार दिया. चारा घोटाले का जिक्र किया था. आज जब लालू यादव परिवार को नौकरी के बदले जमीन घोटाला केस में पेशी का समन मिल गया. तो जंगलराज और घोटाले पर चुनावी घेराबंदी की राजनीति फिर शुरू हो गई. ऐसे में सवाल कि क्या इस बार फिर बिहार में चुनाव की पिच करप्शन और जंगलराज पर सेट होगी. क्या चुनावी सीजन में घोटालों की खुलती फाइलों की टेंशन आरजेडी के लिए महंगी साबित हो सकती है.