मथुरा के मंदिर में नमाज की तस्वीरों को लेकर हंगामा हो गया है. सद्भाव के नाम पर मथुरा के नंदबाबा मंदिर पहुंचे दिल्ली के फैसल खान और चांद मोहम्मद नाम के व्यक्तियों पर धोखे से नमाज पढ़ने की एफआईआर दर्ज हुई है. हालांकि फैसल खान की दलील है कि उन्होंने धोखे से नमाज नहीं पढ़ी. वो कह रहे हैं कि मंदिर परिसर में नमाज पढ़ ली तो क्या हुआ, क्योंकि उनका मकसद तो सद्भाव बढ़ाना है. सवाल ये है कि अगर सद्भाव बढ़ाना ही मकसद था, तो क्या मंदिर के भीतर नमाज पढ़ने से ही सद्भाव आएगा? मंदिर में जब फैसल खान और चांद मोहम्मद के दर्शन करने पर किसी ने एतराज नहीं जताया तो क्या नमाज पढ़ना जानबूझकर माहौल बिगाड़ने का काम नहीं? अगर ऐसा है तो क्या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है? इसीलिए आज दंगल में हमारा मुद्दा है- मंदिर में नमाज, साजिश की आवाज? देखिए दंगल रोहित सरदाना के साथ.